इस दस्तावेज में Red Hat Enterprise Linux 4 से संबंधित निम्नलिखित विषयों पर चर्चा की गई है:
प्रस्तावना (यह खंड)
इस रिलीज का सारांश
अधिष्ठापन संबंधित नोट्स
संकुल-विशिष्ट नोट्स
जोड़ा गया/हटाया गया/पदावनत संकुल
निम्नलिखित सूची Red Hat Enterprise Linux 4 के कुछ ज्यादा महत्वपूर्ण पहलुओं के सारांश को शामिल किये हुये है:
Red Hat Enterprise Linux 4 SELinux के संवर्द्धन को शामिल किये हुये है. SELinux उपयोक्ता, प्रोग्राम, और प्रक्रिया की अंतःक्रिया करने के तरीके में मुख्य बदलाव को प्रतिरूपित करता है. मूलभूत रूप से SELinux इस रिलीज में अधिष्ठापित और सक्रिय है.
इस अधिष्ठापन के दौरान आपके पास SELinux को निष्क्रिय करने का विकल्प है, इसे सिर्फ चेतावनी संदेश को लॉग करने के लिए या इसके लक्ष्य नीति के प्रयोग के लिए लॉग करें, जो निम्नलिखित डीमन को सिर्फ सीमित करता है:
dhcpd
httpd
mysqld
named
nscd
ntpd
portmap
postgres
snmpd
squid
syslogd
लक्षित नीति मूलभूत रूप से सक्रिय है.
SELinux के लिए Red Hat Enterprise Linux 4 समर्थन ext2/ext3 फाइल सिस्टम पर विस्तारित गुण का प्रयोग करता है. इसका मतलब है कि जब एक फाइल मूलभूत रूप से आरोहित ext2/ext3 फाइल सिस्टम में लिखा जाता है तब एक विस्तारित गुण भी लिखा जायेगा.
यह सिस्टम पर समस्या उत्पन्न करेगा जो Red Hat Enterprise Linux 4 और Red Hat Enterprise Linux 2.1 के बीच दोहरा बूट करता है. Red Hat Enterprise Linux 2.1 विस्तारित गुण का समर्थन नहीं करता है, और उसका सामना होने पर क्रैश कर सकता है.
SELinux के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए, ऑनलाइन उपलब्ध Red Hat SELinux नीति गाइड को देखें:
mount कमांड निम्न काम करने के लिए NFS आरोह पर बदल दी गई है:
· TCP अब NFS आरोह के लिए मूलभूत परिवहन है. इसका मतलब है कि mount कमांड जो इच्छित प्रोटोकॉल के रूप में UDP को निर्दिष्ट नहीं करती है (उदाहरण के लिए, mount foo:/bar /mnt) बजाय UDP के अब सर्वर के साथ संचार करने के लिए TCP का प्रयोग करती है.
· verbose (-v) विकल्प का प्रयोग अब RPC त्रुटि संदेश को मानक आउटपुट में लिखे जाने का कारण बनता है.
Red Hat Enterprise Linux 4 चीनी, जापानी, और कोरियाई लोकेल के लिए UTF-8 एनकोडिंग को मूलभूत रूप से समर्थन करती है.
Red Hat Enterprise Linux 4 अब चीनी, जापानी, और कोरियाई के लिए मूलभूत रूप से IIIMF का प्रयोग करती है.
Red Hat Enterprise Linux 4 पांच भारतीय भाषाओं का समर्थन करती है: बंगाली, गुजराती, हिन्दी, पंजाबी, और तमिल. इसके अलावे उच्च गुणवत्ता का लोहित फांट को समर्थित भाषाओं के लिये शामिल किया गया है.
उपसंस्करण 1.1 अब Red Hat Enterprise Linux में शामिल है; उपसंस्करण संस्करण नियंत्रण (Subversion version control) सिस्टम का डिजायन CVS के स्थानापन्न के रूप में किया गया है और CVS के सर्वाधिक सामयिक फीचर के साथ एटॉमिक कमिट, फाइल संस्करण और मेटाडाटा को शामिल किये है.
पूर्ववर्ती रिलीज के विपरीत, Intel® Extended Memory 64 Technology (इसके बाद "Intel® EM64T" रूप में कथित) और AMD64 प्रोसेसर के लिये Red Hat Enterprise Linux 4 कर्नेल समर्थन एकल "x86-64" कर्नेल में उपस्थित रहता है. प्रत्येक प्रोसेसर के लिए अलग कर्नेल अब नहीं रह गया है.
Red Hat Enterprise Linux 3 ने Native POSIX Thread Library (NPTL) को सामने लाया था — POSIX थ्रेडिंग समर्थन के कार्यान्वयन जो पहले प्रयुक्त Linux थ्रेड कार्यान्वयन के ऊपर प्रदर्शन, अनुमापकता, सेमांटिक शुद्धता और मानक अनुपालन को बहुत बढ़ाया था.
जबकि ज्यादातर थ्रेडेड अनुप्रयोग NPTL के जोड़े जाने से प्रभावित नहीं होता था, LinuxThreads के सेमांटिक्स पर भरोसा करनेवाले अनुप्रयोग पर, जो POSIX निर्दिष्टता का विरोधी था, ठीक से काम नहीं करेगा. NPTL के आगमन पर जैसा ध्यान दिया गया था, Red Hat की अनुशंसा है कि उन अनुप्रयोगों को अद्यतन किया जाना चाहिये ताकि वे POSIX से अनुकूलन कर सके (और इसलिये NPTL का प्रयोग कर सके.)
जहां Red Hat Enterprise Linux 4 के लिये LinuxThreads का समर्थन अभी भी मौजूद है, यह कथन एक अग्रिम सूचना के रूप में है कि Red Hat Enterprise Linux 5 में LinuxThreads के लिये समर्थन नही रहेगा. इसलिये अनुप्रयोग जो LinuxThreads का समर्थन चाहते हैं उन्हें अद्यतन करना चाहिये जब वे Red Hat Enterprise Linux 5 सिस्टम पर विधिवत काम करना आरंभ करें.
कई कार्यविस्तार मौजूद हैं जो Red Hat Enterprise Linux 3 और 4 के अंतर्गत संक्रिया को जारी रखने के लिये LinuxThreads के प्रयोग के लिये जरूरी अनुप्रयोग को अनुमति देती है. इन कार्यविस्तार में शामिल है:
LinuxThreads के चयन के लिए कार्यसमय पर NPTL के बजाय LD_ASSUME_KERNEL
वातावरण चर का प्रयोग
LinuxThreads के चयन के लिए कार्यसमय पर NPTL के बजाय /lib/i686/
या /lib/
में एक विशेष rpath का चयन
NPTL के बजाय LinuxThreads के चयन (अत्यधिक हतोत्साहित) के लिए अनुप्रयोग को स्थैतिक रूप से लिंक किया जा रहा है
यह निश्चित करने के लिए कि यह अनुप्रयोग NPTL या LinuxThread का प्रयोग कर रहा है, निम्नलिखित दो वातावरण चर को आवेदन के वातावरण में जोड़ें:
LD_DEBUG=libs
LD_DEBUG_OUTPUT=
<filename>
(जहां
प्रत्येक डिबग आउटपुट लॉग फाइल को दिया जाने वाला नाम है. एक से ज्यादा फाइल उत्पन्न किया जा सकता है, अगर प्रोग्राम अन्य प्रक्रियाओं को विभाजित करता है; सभी डिबग आउटपुट लॉग फाइलनाम फाइल को उत्पन्न करने वाले फाइल के PID को शामिल करता है.)<filename>
तब अनुप्रयोग शुरू करें और उपयोग करें जैसा आप सामान्यतः करेंगे.
कोई डिबग आउटपुट लॉग फाइल अगर उत्पन्न नहीं हुआ था, तो अनुप्रयोग स्थैतिक रूप से लिंक है. अनुप्रयोग अनुपस्थित LinuxThreads DSO से प्रभावित नहीं होगा, लेकिन सभी स्थैतिक रूप से लिंक अनुप्रयोग के समान, सुसंगतता के लिये कोई गारंटी नहीं दिया गया है अगर अनुप्रयोग गत्यात्मक रूप से कोई कोड भारित करता है (सीधे dlopen() से या परोक्ष रूप से NSS से होकर.)
अगर एक या ज्यादा डिबग आउटपुट लॉग फाइल उत्पन्न किया गया था, तो libpthread में संदर्भ के लिये प्रत्येक की समीक्षा करें — खासकर "calling init
" स्ट्रिंग को समाहित करने वाली पंक्ति. grep उपयोगिता भी इसे आसानी से कर सकता है:
grep "calling init.*libpthread" <filename>
.*
(जहां <filename>
LD_DEBUG_OUTPUT
वातावरण चर में प्रयुक्त नाम का हवाला देती है.)
libpthread के पहले आने वाला पथ अगर /lib/tls/
है, तो अनुप्रयोग NPTL का प्रयोग कर रहा है, और आगे कोई कार्रवाई की जरूरत नहीं होती है. किसी अन्य पथ का मतलब है कि LinuxThreads का प्रयोग हो रहा है, और अनुप्रयोग निश्चित रूप से अद्यतन और NPTL के समर्थन के लिये पुनर्निमित किया जाना चाहिये.
Red Hat Enterprise Linux 4 अब Advanced Configuration and Power Interface (ACPI) के लिये समर्थन को शामिल करती है, जो एक ऊर्जा प्रबंधन विशिष्टता है जो ज्यादातर नये हार्डवेयर द्वारा समर्थित है.
ACPI समर्थन के साथ औऱ बिना समर्थन सिस्टम में हार्डवेयर जांचे जाने के स्वरूप में अंतर के कारण युक्ति नाम बदलावों की संभावना बनी रहती है. इसका मतलब है कि उदाहरण के लिए, Red Hat Enterprise Linux के पूर्ववर्ती संस्करण के अंतर्गत eth1 के रूप में पहचाना गया संजाल अंतरफलक कार्ड अब eth0 के रूप में प्रकट होगा.
यह खंड उन मुद्दों की चर्चा करता है जो Anaconda (Red Hat Enterprise Linux अधिष्ठापन प्रोग्राम) से संबंधित हैं और सामान्य रूप से Red Hat Enterprise Linux 4 के अधिष्ठापन से.
अगर आप Red Hat Enterprise Linux 4 CD-ROM (उदाहरण के लिए, संजाल आधारित अधिष्ठापन की तैयारी में) की सामग्री को कॉपी कर रहे हैं तो आप निश्चित करें कि आप सिर्फ ऑपरेटिंग सिस्टम से CD-ROM कॉपी करें. किसी अतिरिक्त CD-ROM या किसी अन्य स्तरीकृत उत्पाद CD-ROM कॉपी नहीं करें क्योंकि यह एनाकोंडा के विधिवत कामकाज के लिये जरूरी फाइल के ऊपर लिख देगा.
इन CD-ROM को Red Hat Enterprise Linux के अधिष्ठापन के बाद जरूर अधिष्ठापित किया जाना चाहिए.
Red Hat Enterprise Linux 4 अधिष्ठापन के दौरान सिस्टम विन्यास में व्यक्तिगत भंडारण युक्तियों की पहचान चुनौती भरी हो सकती है, जो बहु भंडारण एडाप्टर को शामिल करता है. यह खासकर फाइबर चैनल एडाप्टर को भारण करने वाले सिस्टम के लिये सत्य हो सकता है, क्योंकि कई उदाहरणों में स्थानीय भंडारण पर Red Hat Enterprise Linux का अधिष्ठापन वांछनीय हो सकता है.
Red Hat Enterprise Linux 4 अधिष्ठापन प्रोग्राम निम्न मौड्यूल के भारण में विलंब लाकर इस मुद्दे को संबोधित करता है जबतक कि सभी SCSI युक्तियां भारित नहीं हो जाती हैं:
lpfc
qla2100
qla2200
qla2300
qla2322
qla6312
qla6322
यह FC-संलग्न भंडारण के साथ /dev/sda
, /dev/sdb
, और इसी जैसे नाम आरंभ होने वाले स्थानीय रूप से संलग्न SCSI युक्तियों के साथ निम्नलिखित के रूप में परिणामतः सामने आता है.
निम्न खंड उन संकुलों के बारे में सूचनाओं को समाहित किये है जिसमें Red Hat Enterprise Linux 4 के लिये महत्वपूर्ण बदलाव किये गये हैं. आसान अभिगम के लिये वे एनाकोंडा में प्रयुक्त समान समूह के प्रयोग से संगठित हैं.
यह खंड आधारिक सिस्टम घटक से संबंधित सूचना समाहित किया है.
Red Hat Enterprise Linux 4 में OpenSSH 3.9 समाहित है जो ~/.ssh/config
फाइल के लिये कठिन अनुमति और स्वामित्व बंधन को शामिल करती है. इन बंधनों का मतलब है कि ssh बाहर हो जायेगा अगर यह फाइल उचित अनुमति और स्वामित्व के बिना है.
इसलिये निश्चित करें कि ~/.ssh/config
फाइल ~/
के स्वामी के मालिकाना में हो और इसकी अनुमति मोड 600 में व्यवस्थित हो.
कर्नेल के साथ यह खंड Red Hat Enterprise Linux के सर्वाधिक आरंभिक घटक को शामिल किये है.
ext2online
उपयोगिता मौजूदा ext3 फाइल सिस्टम के ऑनलाइन विकास के लिए जोड़ा जा रहा है.
यह ध्यान रखना जरूरी है कि ext2online
अंतःस्थित ब्लॉक युक्ति को स्वयं बढ़ाता नहीं है — युक्ति पर प्रर्याप्त अप्रयुक्त स्थान जरूर रहना चाहिये. इसका सबसे आसान तरीका LVM आयतन का प्रयोग करना है और lvresize
या lvextend
को युक्तियों के विस्तारण के लिये चलाना है.
इसके अलावे, फाइल सिस्टम को एक निश्चित आकार तक पुनः आकारित करने के लिये विशेष रूप से तैयार करना चाहिये. तैयारी में एक छोटी मात्रा में स्थान को भी सुरक्षित रखना चाहिये, जिसपर ऑन डिस्क टेबल वृद्धि कर सके. नवनिर्मित फाइल सिस्टम के लिये mke2fs
वैसे स्थान को स्वतः सुरक्षित रखता है, वह स्थान 1000 के गुणन से फाइल सिस्टम को बढ़ाने के लिये पर्याप्त है. इस सुरक्षित स्थान का निर्माण इस कमांड के द्वारा निष्क्रिय किया जा सकता है:
mke2fs -O ^resize_inode
Red Hat Enterprise Linux का आगामी रिलीज मौजूदा फाइल सिस्टम पर सुरक्षित स्थान के निर्माण की अनुमति देगा.
Red Hat Enterprise Linux 4 के साथ दिया गया glibc
का संस्करण यथाशीघ्र आंकड़ा करप्शन को रोकने के लिये अतिरिक्त आंतरिक सेनिटी चेक का निस्पादन करता है. मूलभूत रूप से करप्शन खोजा जाना चाहिये, मानक त्रुटि पर निम्नलिखित के समान एक संदेश प्रदर्शित होगी (और syslog के मार्फत लॉग होगी अगर stderr खुला नहीं है):
*** glibc खोजा गया *** डबल फ्री या करप्शन: 0x0937d008 ***
मूलभूत रूप से इस त्रुटि को उत्पन्न करने वाला प्रोग्राम भी खत्म हो जायेगा; हालांकि यह (और यदि त्रुटि संदेश उत्पन्न होता है या नहीं) MALLOC_CHECK_
वातावरण चर के मार्फत नियंत्रित की जा सकेगी. निम्न जमावट समर्थित है:
0 — त्रुटि संदेश मत पैदा करें, और प्रोग्राम को खत्म न करें.
1 — त्रुटि संदेश पैदा करें लेकिन प्रोग्राम को खत्म न करें
2 — त्रुटि संदेश मत पैदा करें, लेकिन प्रोग्राम को खत्म करें
3 — त्रुटि संदेश पैदा करें और प्रोग्राम को खत्म करें
अगर MALLOC_CHECK_ 0 के अलावे कोई मान विशेष रूप से व्यवस्थित करता है, तो यह glibc
को ज्यादा जांच के लिये बाध्य करता है जो मूलभूत से बहुत विस्तृत है, और कार्यप्रदर्शन को प्रभावित कर सकता है.
अगर आपके पास तीसरी पार्टी ISV से एक प्रोग्राम है जो इन करप्शन बंधन को जन्म दिया है और एक संदेश देती है, तो आपको एक अनुप्रयोग विक्रेता के साथ एक जांच रिपोर्ट फाइल करनी चाहिये क्योंकि यह एक गंभीर बग को इंगित करता है.
यह खंड Red Hat Enterprise Linux 4 से संबंधित नोट्स समाहित किये हुये है.
हालांकि Red Hat Enterprise Linux 4 में rawio के लिये समर्थन शामिल है, यह अब एक पदावनत अंतरफलक है. अगर आपका अनुप्रयोग इस अंतरफलक की मदद से युक्ति अभिगम का निस्पादन करती है, Red Hat आपको अपने अनुप्रयोग को रूपांतरित करने के लिये O_DIRECT फ्लैग से ब्लॉक युक्ति खोलने हेतु प्रोत्साहित करती है. rawio अंतरफलक Red Hat Enterprise Linux 4 के लिये उपस्थित रहेगी, लेकिन भविष्य के रिलीज में हटाये जाने का अभ्यर्थी है.
फाइल सिस्टम पर अतुल्यकालिक I/O (AIO) अभी O_DIRECT या गैर बफर मोड में समर्थित है. इसे भी नोट करें कि अतुल्यकालिक पोल अंतरफलक अब मौजूद नहीं रहेगा और पाइप पर वह AIO अब समर्थित नहीं रहेगा.
ध्वनि उपसिस्टम अब ALSA पर आधारित है; OSS मौड्यूल अब उपलब्ध नहीं है.
कर्नेल के "hugepage" प्रकार्यात्मकता को प्रयोग करने वाले सिस्टम वातावरण को जानना चाहिये कि इस फीचर को नियंत्रित करने वाली /proc/
प्रविष्टि Red Hat Enterprise Linux 3 और Red Hat Enterprise Linux 4 के दौरान बदल गई है:
Red Hat Enterprise Linux 3 ने /proc/sys/vm/hugetlb_pool
का प्रयोग किया और मेगाबाइट में इच्छित आकार को निर्दिष्ट किया.
Red Hat Enterprise Linux 4 /proc/sys/vm/nr_hugepages
का प्रयोग करती है और पृष्ठ की इच्छित संख्या के द्वारा आकार को निर्दिष्ट करती है (अपने सिस्टम पर ह्यूजपेज के आकार के लिये /proc/meminfo
को देखें.)
Red Hat Enterprise Linux 4का आरंभिक रिलीज USB हार्ड डिस्क चालन का समर्थन नहीं करता है. हालांकि, अन्य USB भंडारण युक्तियां, जैसे कि फ्लैश मीडिया, CD-ROM और DVD-ROM युक्तियां अभी समर्थित है.
Red Hat Enterprise Linux 4 के साथ लाया गया कर्नेल नये megaraid_mbox ड्राइवर को LSI लॉजिक से शामिल किये हुये है जो megaraid ड्राइवर को विस्थापित करता है. megaraid_mbox ड्राइवर एक उन्नत डिजायन रखता है, 2.6 कर्नेल के साथ सुसंगत है, और नवीनतम हार्डवेयर के लिये समर्थन को शामिल किये हुये है. हालांकि, megaraid_mbox कुछ पुराने फोल्डर का समर्थन नहीं करता है जो megaraid ड्राइवर के द्वारा समर्थित है.
निम्नलिखित PCI विक्रेता ID और युक्ति ID जोड़ा megaraid_mbox driver के द्वारा समर्थित नहीं है:
vendor, device
0x101E, 0x9010
0x101E, 0x9060
0x8086, 0x1960
lspci -n कमांड को अधिष्ठापित एडाप्टर के लिये खास मशीन में ID को प्रदर्शित करने में प्रयोग किया जा सकता है. इन ID के साथ उत्पादों को निम्नलिखित मॉडल नाम से (लेकिन सीमित नहीं है) जाना जाता है:
Dell PERC (dual-channel fast/wide SCSI) RAID नियंत्रक
Dell PERC2/SC (single-channel Ultra SCSI) RAID नियंत्रक
Dell PERC2/DC (dual-channel Ultra SCSI) RAID नियंत्रक
Dell CERC (four-channel ATA/100) RAID नियंत्रक
MegaRAID 428
MegaRAID 466
MegaRAID Express 500
HP NetRAID 3Si और 1M
Dell और LSI Logic दोनों ने इशारा दिया है कि वे अब इन मॉडलों को 2.6 कर्नेल के लिये समर्थन नहीं देंगे. परिणामतः, ये एडाप्टर Red Hat Enterprise Linux 4.में समर्थित नहीं है.
Red Hat Enterprise Linux 4 का आरंभिक रिलीज iSCSI सॉफ्टवेयर initiator या target समर्थन को शामिल नहीं करता है. iSCSI के लिये समर्थन को Red Hat Enterprise Linux 4 के आगामी नवीनीकरण में जोड़े जाने के लिये मूल्यांकन किया जा रहा है.
Emulex LightPulse Fibre Channel ड्राइवर (lpfc
) इस समय Linux 2.6 कर्नेल में संभावित समावेशन के लिये जन समीक्षा के दौर से गुजर रही है. यह Red Hat Enterprise Linux 4 में जांच के उद्देश्य से शामिल की गई है. ड्राइवर में बदलाव प्रत्याशित है. अगर ड्राइवर के साथ समस्या है या अगर किसी कारण से इसका समावेशन Linux 2.6 कर्नेल में नहीं होता है तो ड्राइवर को अंतिम Red Hat Enterprise Linux रिलीज से हटा दिया जा सकता है.
lpfc
ड्राइवर के पास अभी निम्न ज्ञात मुद्दे हैं:
ड्राइवर सिस्टम को अल्प कालिक केबल पुल, स्विच रिबूट या युक्ति अप्रकटन से पृथक नहीं करती है. इसलिये सिस्टम परिपक्व होने के पहले ही निश्चित कर सकता है कि एक युक्ति अवैध है और इसे ऑफलाइन लें. ऐसी स्थितियों में युक्ति को सिस्टम के साथ पूर्ववर्ती स्थिति में लाने के लिये दस्ती हस्तक्षेप जरूरी होगा.
यहां एक ज्ञात खतरा है अगर Ctrl-C को तब दबाया जाता है जब ड्राइवर को insmod के साथ डाला जाता है.
यहां एक ज्ञात खतरा है अगर rmmod का निस्पादन किया जाता है जबकि insmod की निस्पादन हो रहा है.
नयी युक्ति के समावेशन हेतु SCSI उपसिस्टम के लिए दस्ती स्कैनिंग की जरूरत है नयी युक्ति को खोजने के लिए.
पहले, कर्नेल की अद्यतन की प्रक्रिया सिस्टम के बूट अधिभारक विन्यास में मूलभूत कर्नेल में कोई परिवर्तन नहीं लाती थी.
Red Hat Enterprise Linux 4 नव अधिष्ठापित कर्नेल को मूलभूत रूप में सेट करने के लिये इस व्यवहार को बदलती है. यह व्यवहार सभी अधिष्ठापन विधियों पर लागू होता है (rpm -i के साथ)
/etc/sysconfig/kernel
फाइल में यह व्यवहार दो पंक्ति के द्वारा नियंत्रित किया जाता है:
UPGRADEDEFAULT — यह नियंत्रण करता है कि नया कर्नेल मूलभूत रूप से बूट की जायेगी कि नहीं.(मूलभूत मान: yes)
DEFAULTKERNEL — कर्नेल RPM जिसका नाम इस मान से मेल खाता है, मूलभूत रूप से बूट किया जायेगा (मूलभूत मान हार्डवेयर विन्यास पर निर्भर करती है)
कर्नेल श्रोत कोड के लिये एक अलग संकुल देने में अंतर्निहित विकल्प को खत्म करने हेतु जबकि श्रोत कोड पहले से ही कर्नेल के .src.rpm
फाइल में मौजूद है, Red Hat Enterprise Linux 4 अब kernel-source
संकुल को शामिल नहीं करता है. उपयोक्ता जिनके लिये कर्नेल श्रोत का अभिगम जरूरी है, वे kernel
.src.rpm
में इसे पा सकते हैं. इस फाइल से विस्फोटित श्रोत तरू बनाने के लिये निम्न चरणों का पालन करें (नोट करें कि
आपके मौजूदा कार्यकारी कर्नेल के लिये संस्करण विशिष्टता को संदर्भित करता है):<version>
kernel-
फाइल निम्न में से किसी एक श्रोत से प्राप्त करें:<version>
.src.rpm
उचित "SRPMS" CD iso विंब पर SRPMS
निर्देशिका
FTP साइट जहां आपने कर्नेल संकुल पाया है
इन कमांड को चलाकर:
up2date --श्रोत कर्नेल पायें
kernel-
अधिष्ठापित करें (मूलभूत RPM विन्यास दिया हुये, इस संकुल की फाइल <version>
.src.rpm/usr/src/redhat/
में लिखी जायेगी)
/usr/src/redhat/SPECS/
में निर्देशिका बदलें और निम्न कमांड निर्गत करें:
rpmbuild -bp --target=<arch>
kernel.spec
(जहां <arch>
इच्छित लक्ष्य आर्किटेक्चर है.)
मूलभूत RPM विन्यास पर कर्नेल तरू /usr/src/redhat/BUILD/
में अवस्थित होगा.
परिणामतः प्राप्त होने वाले तरू (tree) में Red Hat Enterprise Linux 4 में लाये गये निर्दिष्ट कर्नेल के लिये विन्यास /configs/
निर्देशिका में है. उदाहरण के लिए i686 SMP विन्यास फाइल को /configs/kernel-
नाम दिया गया. निम्न कमांड इच्छित विन्यास फाइल के निर्माणार्थ सही जगह पर रखने के लिये निर्गत करें:<version>
-i686-smp.config
cp <desired-file>
./.config
निम्न कमांड निर्गत करें:
make oldconfig
तब आप पहले की तरह बढ़ सकते हैं.
मौजूदा प्रयुक्त कर्नेल के बरक्स कर्नेल मौड्यूल बनाने के लिये एक श्रोत तरू आवश्यक नहीं है.
उदाहरण के लिए, foo.ko
मौड्यूल बनाने के लिये foo.c
फाइल को रखने वाली निर्देशिका में निम्नलिखित फाइल (Makefile
नामक) बनायें:
obj-m := foo.o
KDIR := /lib/modules/$(shell uname -r)/build
PWD := $(shell pwd)
default:
$(MAKE) -C $(KDIR) SUBDIRS=$(PWD) modules
foo.ko
मौड्यूल बनाने के लिए make कमांड निर्गत करें.
मूलभूत SELinux सुरक्षा विन्यास के अंतर्गत, यह डीमन लक्षित नीति के द्वारा कवर की गई है. यह सिस्टम की वस्तु में विशेष रूप से अभिगम देकर या नहीं देकर सिस्टम की सुरक्षा को बढाता है जैसा डीमन सामान्यतः प्रयोग करता है. हालांकि इसकी संभावना है कि पहले काम करने वाले विन्यास अब काम नहीं करेंगे, आपको जरूर समझना चाहिये कि कैसे SELinux आपके विन्यास की सुरक्षा और प्रकार्यात्मकता को सुनिश्चित करने के लिये काम करता है.
SELinux नीति के बारे में अधिक जानकारी के लिए Red Hat SELinux Policy Guide को http://www.redhat.com/docs पर जाकर देखें.
यह खंड DNS नाम सर्वर से संबंधित सूचना को शामिल करता है.
मूलभूत SELinux सुरक्षा विन्यास के अंतर्गत, यह डीमन लक्षित नीति के द्वारा कवर की गई है. यह सिस्टम की वस्तु में विशेष रूप से अभिगम देकर या नहीं देकर सिस्टम की सुरक्षा को बढाता है जैसा डीमन सामान्यतः प्रयोग करता है. हालांकि इसकी संभावना है कि पहले काम करने वाले विन्यास अब काम नहीं करेंगे, आपको जरूर समझना चाहिये कि कैसे SELinux आपके विन्यास की सुरक्षा और प्रकार्यात्मकता को सुनिश्चित करने के लिये काम करता है.
SELinux नीति के बारे में अधिक जानकारी के लिए Red Hat SELinux Policy Guide को http://www.redhat.com/docs पर जाकर देखें.
यह खंड उन संकुलों को शामिल करता है जो आपको आलेखीय ई-मेल, वेब ब्राउज़र, और चैट क्लाइंट के साथ इंटरनेट अभिगम में सहायता करता है.
Red Hat Enterprise Linux 4 में आलेखीय ई-मेल क्लाइंट का अद्यतन संस्करण शामिल है. इन सबके साथ इस संस्करण में कई नए फीचर शामिल हैं:
एवोल्यूशन अब स्पैम फिल्टर को शामिल करता है जिसे स्पैम या गैर स्पैम ई-मेल में ज्यादा सटीक अंतर कर सकने के लिये अंतर किया जा सकता है. जब आप स्पैम पाते हैं
बटन पर क्लिक करें. समय समय पर आप अपने जंक मेल निर्देशिका को जांचे कि कुछ अनुचित मेल का निस्पंदन हुआ है कि नहीं. अगर आप ठीक से नहीं निस्पंदित कोई ई-मेल पाते हैं तो इसे के रूप में चिह्नित करें. कालांतर में इस प्रकार फिल्टर ज्यादा प्रभावी हो जायेगा.एवोल्यूशन कनेक्टर ने Microsoft Exchange 2000 और 2003 सर्वर के साथ संबंधन को संभव बनाया है.
पहले के सर्वर केंद्रित माडल को विस्थापित करते हुये उपयोक्ता अंतरफलक रूपांतरित कर दिया गया है ताकि प्रत्येक संक्रिया (ई-मेल, कैलेंडर, कार्य और संपर्क ) अलग से ट्रीट किया जा सके.
एवोल्यूशन में S/MIME के प्रयोग के साथ गोपन और क्रिप्टोग्राफिक हस्ताक्षर के लिए प्रवर्द्धित समर्थन है.
एवोल्यूशन के द्वारा इसके जमावट के भंडारण के लिये प्रयुक्त निर्देशिका को अंतिम उपयोक्ता से इसका नाम ~/evolution/
से ~/.evolution/
में बदलकर छुपा दिया गया है.
यह खंड आपको विंब को स्कैन करने और परिवर्तन करने में सहायता करती है.
gimp-perl
संकुल Red Hat Enterprise Linux 4 से हटा दी गई है क्योंकि GIMP को 2.0 में अद्यतन कर दिया गया है और Perl बंधन न तो तैयार था और न ही मुख्य संकुल का हिस्सा था.
GIMP में Perl स्क्रिप्ट उपयोक्ताओं को Gimp Perll मौड्यूल http://www.gimp.org/downloads/ से अधिष्ठापन करना चाहिये.
यह खंड Red Hat Enterprise Linux के अंतर्गत विविध भाषाओं के समर्थन से जुड़ी सूचना शामिल करती है.
Red Hat Enterprise Linux 3 से Red Hat Enterprise Linux 4 में उन्नयन के दौरान, सिस्टम लोकेल सेटिंग संरक्षित किया जाता है. चूंकि Red Hat Enterprise Linux 4 चीनी, जापानी, और कोरियाई को UTF-8 एनकोडिंग में मूलभूत रूप से समर्थम करती है, Red Hat की अनुशंसा है कि आप UTF-8 लोकेल में निम्न फाइल में संपादन कर बदलें:
/etc/sysconfig/i18n
निम्न बदलावों के साथ लोकेल सेटिंग को रूपांतरित करें:
ja_JP.eucJP बदल गया है ja_JP.UTF-8 में
ko_KR.eucKR बदल गया है ko_KR.UTF-8 में
zh_CN.GB18030 बदल गया है zh_CN.UTF-8 में
zh_TW.Big5 बदल गया है zh_TW.UTF-8 में
~/.i18n
में लोकेल सेटिंग के साथ उपयोक्ता को मूलभूत रूप से UTF-8 एनकोडिंग का प्रयोग करना चाहिये.
नेटिव एनकोडिंग से (उदाहरण के लिए eucJP, eucKR, Big5, या GB18030) किसी पाठ फाइल को UTF-8 में बदलने के लिये आप iconv उपयोगिता का प्रयोग कर सकते हैं.
iconv -f <native encoding>
-t UTF-8 <filename>
-o <newfilename>
अधिक जानकारी के लिए iconv मैन पेज का संदर्भ लें.
चीनी (पारंपरिक और सरलीकृत), जापानी, और कोरियाई मूलभूत इनपुट विधि (IM) IIIMF में बदल दी गई है — Internet/Intranet Input Method Framework. मूलभूत रूप से IIIMF का प्रयोग भारतीय भाषाओं के लिये भी होता है. IIIMF GTK2 IM मौड्यूल के द्वारा स्थानीय रूप से समर्थित होता है और httx क्लाइंट के प्रयोग से XIM के द्वारा भी. IIIMF एक समय में बहुभाषी इंजन को समर्थन देता है; GNOME Input Method Language Engine Tool (GIMLET — एक एप्प्लेट) के प्रयोग से विभिन्न भाषाओं के LEs के बीच GTK2 अनुप्रयोग के अंदर स्विच करना संभव है.
IIIMF में मूलभूत रूप से Ctrl-Space या Shift-Space को इनपुट विधि में ऑन या ऑफ करने के लिये टॉगल किया जाता है (Emacs उपयोक्ता Ctrl-@ को बजाय Ctrl-Space के चिह्नित कर सकता है).
अधिष्ठापन के दौरान आपकी पसंद की भाषा समर्थन को देखते हुए एक या ज्यादा IIIMF भाषा इंजन को अधिष्ठापित करना पर सकता है:
भारतीय भाषा — iiimf-le-unit
जापानी — iiimf-le-canna
कोरियाई — iiimf-le-hangul
सरलीकृत चीनी — iiimf-le-chinput
पारंपरिक चीनी — iiimf-le-xcin
इन भाषाओं के लिए IIIMF मूलभूत रूप से अधिष्ठापित और सक्रिय है.
नये उपयोक्ता GIMLET एप्प्लेट को GNOME पैनल में स्वतः जुड़ा पाते हैं, अगर GNOME डेस्कटॉप अधिष्ठापित है और मूलभूत सिस्टम भाषा उपर्युक्त में से एक है.
आपके सिस्टम पर अधिष्ठापित विभिन्न LE के बीच स्विच करने के लिये GIMLET एक एप्प्लेट है. विभिन्न भाषा इंजन आपको अलग अलग भाषाओं में पाठ दाखिल करने में सक्षम बनाते हैं आप GNOME पैनल में GIMLET को दस्ती रूप से जोड़ सकते हैं - पैनल पर दाहिना क्लिक करके,
का चयन कर और एप्प्लेट का चयन करके.अगर आप उन्नयन कर रहे हैं और कोई पुरानी XIM इनपुट विधि अधिष्ठापित है, तो एनाकोंडा स्वतः आपके सिस्टम पर उचित भाषा इंजन को अधिष्ठापित करेगी.
ami
कारण बनता है iiimf-le-hangul
के अधिष्ठापन होने का
kinput2
कारण बनता है iiimf-le-canna
के अधिष्ठापन होने का
miniChinput
कारण बनता है iiimf-le-chinput
के अधिष्ठापन होने का
xcin
कारण बनता है iiimf-le-xcin
के अधिष्ठापन होने का
उन उपयोक्ता के लिये जिन्हें IIIMF इनपुट की सदा जरूरत नहीं है उनके लिये एक "Latin default" LE है जो सामान्य इनपुट के लिये कुछ नहीं करता है. यह अस्थायी रूप से अन्य LE को निष्क्रिय करने के लिये प्रयोग किया जा सकता है.
प्रत्येक भाषा इंजन के लिए कुछ मुख्य विवरण निम्नलिखित हैं:
iiimf-le-canna
— Home (Canna के लिये उपयोगिता के साथ मेन्यू दिखाइये)
iiimf-le-unit
— F5 (भाषाओं के बीच स्विच करें), F6 (भिन्न इनपुट स्टाइल में स्विच करें अगर उपलब्ध है)
iiimf-le-xcin
— Ctrl-Shift (विभिन्न इनपुट शैली में स्विच करें), Shift-punctuation (इनपुट वाइड चिह्न विचार), Cursor keys (कंडीडेट विंडो में पृष्ठ बदलें)
iiimf-le-chinput
— Ctrl-Shift (विभिन्न इनपुट शैली में स्विच करें), < या > (कंडीडेट विंडो में पृष्ठ बदलें)
iiimf-le-hangul
— F9 (हांगुल से चीनी संप्रतीक में बदलें)
अगर आप IIIMF या पुराने इनपुट विधि ढ़ांचे XIM में स्विच करना चाहते हैं तो आप system-switch-im अनुप्रयोग का प्रयोग कर सकते हैं. उपयोक्ता और सिस्टम विन्यास बदलने के लिये एक कमांड लाइन औज़ार im-switch भी है.
Red Hat Enterprise Linux 4 विभिन्न लोकेल के लिये प्रयुक्त इनपुट विधि विन्यस्त करने के लिये /etc/X11/xinit/xinput.d/
और ~/.xinput.d/
में फाइल के वैकल्पिक आधार सिस्टम का प्रयोग करता है. लोकेल के वे उपयोक्ता जिनके लिये इनपुट विधि का प्रयोग मूलभूत रूप से से नहीं होता है (उदाहरण के लिए, en_US.UTF-8) जो एशियाई पाठ को डालने की इच्छा रखते हैं वे निश्चित रूप से शैल प्रांप्ट से निम्नलिखित कमांड डाल सकते हैं:
mkdir -p ~/.xinput.d/
ln -s /etc/X11/xinit/xinput.d/iiimf ~/.xinput.d/en_US
यह सिस्टम मूलभूत को अध्यारोहित करती है औऱ IIIMF के प्रयोग को अमेरिकन इंग्लिश के लिये सक्रिय करती है. भिन्न लोकेल के लिये इनपुट विधि को विन्यस्त करने के लिये en_US को अपने लोकेल नाम से विस्थापित करें (बिना चारसेट प्रत्यय के). सभी लोकेल के लिये इनपुट विधि सेट करने के लिये बजाय en_US के विश्व मूलभूत का प्रयोग करें.
Red Hat Enterprise Linux 3 से उन्नयन करने वाले उपयोक्ता को नोट करना चाहिये कि /etc/sysconfig/i18n
और ~/.i18n
का प्रयोग अब इनपुट विधि विन्यास के लिये नहीं किया जा सकेगा; अब भी जरूरी किसी कस्टम विन्यास को /etc/X11/xinit/xinput.d/
या ~/.xinput.d/
में जाना चाहिये जो भी ठीक हो.
इनपुट विधि विन्यास को बदलने के बाद आपका बदलाव अगली बार आयेगा जब आप एक X विंडो सिस्टम सत्र में स्टार्ट करेंगे.
यह खंड Red Hat Enterprise Linux के साथ शामिल मेल परिवहन प्रतिनिधि से संबंधित सूचना को समाहित करता है.
पहले के mailman
RPM ने /var/mailman/
निर्देशिका के अंतर्गत सभी फाइल को अधिष्ठापित किया है. दुर्भाग्य से यह Filesystem Hierarchy Standard (FHS) से conform नहीं करता था और सुरक्षा उल्लंघन भी किया था जब SELinux सक्रिय था.
अगर आपके पास पहले से mailman
अधिष्ठापित था और /var/mailman/
(जैसे कि mm_cfg.py
) के फाइल को संपादित किया था, तो आपको अवश्य उन बदलावों को उनके नये अवस्थिति पर ले जाया जाना चाहिये जैसा कि इस निम्न फाइल में दस्तावेजित किया गया है:
/usr/share/doc/mailman-*/INSTALL.REDHAT
मूलभूत रूप से Sendmail मेल ट्रांसपोर्ट एजेंट (MTA) स्थानीय कंप्यूटर के अलावा किसी अन्य मेजबान से संजाल संबंधन स्वीकार नहीं करता है. अगर आप Sendmail को एक सर्वर के रूप में अन्य क्लाइंट के लिये विन्यस्त करना चाहते हैं तो आपको जरूर /etc/mail/sendmail.mc
को संपादित करना चाहिये और DAEMON_OPTIONS
पंक्ति को बदलना चाहिये संजाल युक्तियों पर सुनने के लिये (dnl कमेंट डिलिमिटर के प्रयोग से इस विकल्प को कमेंट आउट करें.). निम्नलिखित कमांड (बतौर रूट) चलाकर आप तब /etc/mail/sendmail.cf
को पुनः उत्पन्न करें.
make -C /etc/mail
नोट करें कि आप इसे काम करने के लिए sendmail-cf
संकुल जरूर अधिष्ठापित रखें.
जानें कि एक ओपन रिले SMTP सर्वर के रूप में काम करने के लिये Sendmail को गलत रूप से विन्यस्त करना संभव है. अधिक जानकारी के लिए Red Hat Enterprise Linux Reference Guide का संदर्भ लें.
MySQL, बहु उपयोक्ता और बहु थ्रेडेड क्लाइंट/सर्वर डाटाबेस को संस्करण 3.23.x (जो Red Hat Enterprise Linux 3 के साथ आया) से संस्करण 4.1.x में नवीनीकृत किया जा रहा है. MySQL फीचर का नया संस्करण गति, प्रकार्यात्मकता, और उपयोक्तात्मकता में सुधार है:
सबक्वेरी समर्थन
गैर-संरचित क्वेरी के लिये BTREE सूचीकरण
SSL संबंधन पर सुरक्षित डाटाबेस आवृति
utf-8 और ucs-2 के मार्फत यूनीकोड समर्थन
उपयोक्ता को यह ध्यान देना चाहिये कि MySQL के संस्करण 3.23.x से 4.1.x में अनुप्रयोग व डाटाबेस के प्रवासन के दौरान सुसंगतता मुद्दे आ सकते हैं. एक ज्ञात मुद्दा है कि मूलभूत टाइम स्टैंप प्रारूप बदल गया है. इन विविध मुद्दों को संबोधित करने के लिये इस पुराने लाइब्रेरी के बरअक्स अनुप्रयोग के साथ mysqlclient10
संकुल 3.23.x क्लाइंट लाइब्रेरी (libmysqlclient.so.10
) को उपलब्ध करने के लिये द्विपदीय सुसंगतता के लिये शामिल किया है.
जबकि mysqlclient10
संकुल MySQL 4.1.x सर्वर के साथ सुसंगतता समर्थन देता है, लेकिन यह संस्करण 4.1 में दिये गये शब्दकूट गोपन विधि को समर्थन नहीं देता है. पुरातन MySQL 3.x-आधारित क्लाइंट के साथ सुसंगतता को सक्रिय करने के लिये old_passwords
पैरामीटर को /etc/my.cnf विन्यास फाइल में मूलभूत रूप से सक्रिय किया जाता है. अगर पुराने क्लाइंट के साथ सुसंगतता जरूरी नहीं है, तो इस पैरामीटर को उन्नत शब्दकूट गोपन विधि के प्रयोग के लिये निष्क्रिय किया जा सकता है.
मूलभूत SELinux सुरक्षा विन्यास के अंतर्गत, यह डीमन लक्षित नीति के द्वारा कवर की गई है. यह सिस्टम की वस्तु में विशेष रूप से अभिगम देकर या नहीं देकर सिस्टम की सुरक्षा को बढाता है जैसा डीमन सामान्यतः प्रयोग करता है. हालांकि इसकी संभावना है कि पहले काम करने वाले विन्यास अब काम नहीं करेंगे, आपको जरूर समझना चाहिये कि कैसे SELinux आपके विन्यास की सुरक्षा और प्रकार्यात्मकता को सुनिश्चित करने के लिये काम करता है.
SELinux नीति के बारे में अधिक जानकारी के लिए Red Hat SELinux Policy Guide को http://www.redhat.com/docs पर जाकर देखें.
यह खंड संजाल आधारित सर्वर से संबंधित सूचना को समाहित किये है.
मूलभूत SELinux सुरक्षा विन्यास के अंतर्गत, यह डीमन लक्षित नीति के द्वारा कवर की गई है. यह सिस्टम की वस्तु में विशेष रूप से अभिगम देकर या नहीं देकर सिस्टम की सुरक्षा को बढाता है जैसा डीमन सामान्यतः प्रयोग करता है. हालांकि इसकी संभावना है कि पहले काम करने वाले विन्यास अब काम नहीं करेंगे, आपको जरूर समझना चाहिये कि कैसे SELinux आपके विन्यास की सुरक्षा और प्रकार्यात्मकता को सुनिश्चित करने के लिये काम करता है.
SELinux नीति के बारे में अधिक जानकारी के लिए Red Hat SELinux Policy Guide को http://www.redhat.com/docs पर जाकर देखें.
यह खंड सर्वर विन्यास औज़ार से संबंधित सूचना को समाहित किये है.
Red Hat Enterprise Linux 4 में system-config-lvm शामिल है जो Logical Volume Manager (LVM) को विन्यस्त करने के लिये एक आलेखीय औज़ार है. system-config-lvm स्थानीय मशीन पर भौतिक डिस्क चालन और डिस्क विभाजन से उपयोक्ताओं को आयतन समूह बनाने की अनुमति देता है, लचीला और विस्तार योग्य तार्किक आयतन बनाते हुये जो सिस्टम के द्वारा एक सामान्य भौतिक डिस्क के रूप में देखा जाता है.
system-config-lvm सिस्टम डिस्क और आयतन का आलेखीय प्रतिरूपण का उपयोग करता है, जो उपयोक्ता को भंडारण उपयोग के लिये दृष्टि और आयतन प्रबंधक कार्य के संबोधन के विये एक अंतरफलक उपलब्ध करने में मदद करता है.
सामान्य रूप से system-config-lvm और LVM के संबंध में परिचर्चा के लिये आप निम्न URL पर linux-lvm मेल सूची की सदस्यता ले सकते हैं:
यह खंड वेब सर्वर वातावरण के हिस्से के रूप में प्रयुक्त सॉफ्टवेयर से संबंधित सूचना को समाहित किये है.
मूलभूत SELinux सुरक्षा विन्यास के अंतर्गत httpd को लक्षित नीति के द्वारा कवर किया जाता है. यह सुरक्षा और वेब सर्वर स्थायित्व को सिस्टम में विशिष्ट रूप से अभिगम देकर या न देकर बढाता है. हालांकि इसमें क्षमता है कि यह पहले से काम कर रहे विन्यास को काम करने से रोक सकता है (जैसे कि उनके लिये जो PHP का प्रयोग करते हैं), आप समझ सकते हैं कि कैसे SELinux यह सुनिश्चित करने के लिये काम करता है कि आपका विन्यास सुरक्षित और कार्यशील दोनों है.
उदाहरण के लिए, बूलियन ~/public_html/
में मौजूद सामग्री को पढ़ने के लिये httpd में विशेष अनुमति देता है जबतक कि वे httpd_sys_content_t
सुरक्षा संदर्भ के साथ लेबल रहते हैं. Apache डीमन उन वस्तुओं का अभिगम नहीं कर सकता है जिसके पास SELinux के द्वारा सुरक्षा संदर्भ httpd में विशिष्ट रूप से दिया गया नहीं है.
Apache अभिगम की अनुमति आवश्यक कार्यों के लिये देकर सिस्टम को गलत और कुविन्यस्त httpd डीमन से सुरक्षित रखा जाता है.
SELinux फाइल संदर्भ लेबल, प्रशासक और उपयोक्ता के साथ ही साथ मानक Linux निर्देशिका और फाइल अनुमति - दोनों की आवश्यकता के कारण फाइल को पुनः लेबल देने के बारे में जानने की जरूरत होगी. पुनः लेबल करने के उदाहरण में निम्न कमांड शामिल हैं (एक निर्देशिका की सामग्री के रिलेबलिंग के लिये और दूसरा एकल फाइल के रिलेबलिंग के लिये):
chcon -R -h -t httpd_sys_content_t public_html
chcon -t httpd_sys_content_t public_html/index.html
एक फाइल या निर्देशिका जो Apache के अनुमोदनीय प्रकार की सूची के संदर्भ के साथ लेबल नहीं किया गया है, एक 403 Forbidden
त्रुटि उत्पन्न करेगा.
आप system-config-securitylevel के प्रयोग से Apache (या किसी भी कवर किये गये डीमन) के लिये बूलियन मान को विन्यस्त या लक्षित नीति कवरेज को चयनात्मक रूप से निष्क्रिय कर सकते हैं. SELinux टैब के अंतर्गत, Modify SELinux Policy क्षेत्र के अंतर्गत, आप बूलियन मान को के लिये रूपांतरित कर सकते हैं. अगर आप चाहें तो आप के लिये चयन कर सकते हैं, जो unconfined_t
से (मूलभूत रूप में जो SELinux के बिना मानक Linux सुरक्षा जैसी पारदर्शिता के साथ काम करती है) httpd_t
जैसे विशिष्ट डीमन प्रकार में संक्रमण को निष्क्रिय करता है. इस संक्रमण को निष्क्रिय किया जाना इसे मानक Linux सुरक्षा में लौटाते हुये SELinux को प्रभावी रूप से बंद कर देता है.
Apache और SELinux नीति के बारे में अधिक जानकारी के लिए, Red Hat SELinux Policy Guide को http://www.redhat.com/docs पर देखें.
मूलभूत रूप से httpd डीमन अब C लोकेल के प्रयोग से शुरू की गई है बजाय विन्यस्त सिस्टम लोकेल जमावट के. HTTPD_LANG
चर को /etc/sysconfig/httpd
फाइल में व्यवस्थित करके इस व्यवहार को बदला जा सकता है.
मूलभूत /etc/php.ini
विन्यास फाइल को बजाय "विकास" मूलभूत के "उत्पादन" मूलभूत के रूप में प्रयोग के लिये बदल दिया गया है; मुख्य अंतर हैं:
display_errors
अब बंद है
log_errors
अब चालू है
magic_quotes_gpc
अब बंद है
यह संकुल अब समाकलन के लिये Apache httpd 2.0 के साथ "apache2handler" SAPI का प्रयोग करता है बजाय "apache2filter" SAPI के. अगर पहले रिलीज से उन्नयन हो रहा है तो SetOutputFilter
डायरेक्टिव को /etc/httpd/conf.d/php.conf
फाइल से हटा लिया जाना चाहिये.
PHP विस्तारण मौड्यूल के संकुलन में निम्न बदलाव किया गया है:
gd, mbstring, और ncurses विस्तार को क्रमशः php-gd
, php-mbstring
, और php-ncurses
संकुल में भेज दिया गया है. नोट करें कि अगर पहले रिलीज से उन्नयन किया जा रहा है (अगर जरूरी है) तो आपको इस संकुल को दस्ती रूप से अधिष्ठापन की जरूरत होगी.
domxml, snmp, और xmlrpc विस्तार अब php-domxml
, php-snmp
, और php-xmlrpc
संकुल में क्रमशः उपलब्ध है.
मूलभूत SELinux सुरक्षा विन्यास के अंतर्गत, यह डीमन लक्षित नीति के द्वारा कवर की गई है. यह सिस्टम की वस्तु में विशेष रूप से अभिगम देकर या नहीं देकर सिस्टम की सुरक्षा को बढाता है जैसा डीमन सामान्यतः प्रयोग करता है. हालांकि इसकी संभावना है कि पहले काम करने वाले विन्यास अब काम नहीं करेंगे, आपको जरूर समझना चाहिये कि कैसे SELinux आपके विन्यास की सुरक्षा और प्रकार्यात्मकता को सुनिश्चित करने के लिये काम करता है.
SELinux नीति के बारे में अधिक जानकारी के लिए Red Hat SELinux Policy Guide को http://www.redhat.com/docs पर जाकर देखें.
यह खंड Red Hat Enterprise Linux के साथ X विंडो सिस्टम कार्यान्वयन से संबंधित सूचना को समाहित किये है.
Red Hat Enterprise Linux 4 में xorg-x11-deprecated-libs
संकुल समाहित है. यह संकुल X11-संबंधित लाइब्रेरी को समाहित किये है जो पदावनत है और भविष्य के संस्करण से हटाया जा सकता है. इस रूप में पदावनत लाइब्रेरी के संकुलन से मौजूदा अनुप्रयोग के साथ द्विपदीय सुसंगतता का अनुरक्षण किया जाता है जबकि तीसरी पार्टी सॉफ्टवेयर उपलब्धकर्ता को अनुप्रयोग को इन लाइब्रेरी से अलग संक्रमण के लिये समय उपलब्ध कराता है.
अभी यह संकुल Xprint लाइब्रेरी (libXp
) को समाहित किये है. यह लाइब्रेरी नये अनुप्रयोग विकास के लिये प्रयोग नहीं किया जाना चाहिये. अनुप्रयोग जो इस लाइब्रेरी को मौजूदा रूप से प्रयोग करता है को समर्थित libgnomeprint/libgnomeprintui प्रिंटिंग APIs में भेजना शुरू करना चाहिये.
X विंडो सिस्टम के अंतर्गत Red Hat Enterprise Linux ( इसके पहले औऱ Red Hat Linux के संस्करण) के हाल के संस्करण में फांट संबंधित मुद्दों के संदर्भ में कुछ भ्रम रहा है. इस समय दो फांट सबसिस्टम है अपनी अलग विशेषताओं के साथ:
- मौलिक (15+ साल पुराना) उपसिस्टम को "core X font subsystem" के रूप में हवाला दिया जाता है. इस उपसिस्टम के द्वारा रेंडर किया हुआ फांट एंटी एलियास नहीं हैं, X सर्वर द्वारा नियंत्रित किया जाता है और इस तरह का नाम रखता है:
-misc-fixed-medium-r-normal--10-100-75-75-c-60-iso8859-1
नया फांट सबसिस्टम "fontconfig" के रूप में जाना जाता है और फांट फाइल में अनुप्रयोगों को सीधी अनुमति देता है. Fontconfig का प्रयोग सीधा "Xft" लाइब्रेरी के साथ होता है जो fontconfig फांट को रेंडर के लिये एंटीएलियासिंग के साथ स्क्रीन में अनुप्रयोग को अनुमति देता है. Fontconfig ज्यादा मित्रता पूर्ण नाम का प्रयोग करता है जैसे:
Luxi Sans-10
कालांतर में fontconfig/Xft कोर X फांट सबसिस्टम को प्रतिस्थापित करेगा. इस समय में Qt 3 या GTK 2 टूलकिट (जो KDE और GNOME अनुप्रयोग) को प्रयोग करने वाले अनुप्रयोग fontconfig और Xft फांट सबसिस्टम का प्रयोग करता है ज्यादातर अन्य कोर X फांट का प्रयोग करते हैं.
भविष्य में Red Hat Enterprise Linux मात्र XFS फाँट सर्वर के बजाय सिर्फ fontconfig/Xft को मूलभूत फांट अभिगम विधि के रूप में समर्थन करेगा.
नोट: फाँट उपसिस्टम प्रयोग के लिये एक अपवाद OpenOffice.org है (जो इसके अपने फांट रेंडरिंग प्रौद्यागिकी का प्रयोग करता है).
अगर आप अपने Red Hat Enterprise Linux 4 सिस्टम पर नया फाँट जोड़ना चाहते हैं तो आप जाने कि आवश्यक चरण निर्भर करती है कि किस फांट सबसिस्ट पर नये फांट काम प्रयोग किया जाना है. कोर X फांट सबसिस्टम के लिये आप अवश्य:
1. /usr/share/fonts/local/
निर्देशिका बनायें(अगर यह पहले से मौजूद नहीं है):
mkdir /usr/share/fonts/local/
2. नए फाँट फाइल को /usr/share/fonts/local/
में कॉपी करें.
3. फाँट सूचना को निम्न कमांड निर्गत कर अद्यतन करें (नोट करें कि संरूपण सीमा के कारण निम्न कमांड एक से ज्यादा पंक्ति में दिख सकती है, लेकिन व्यवहार में प्रत्येक कमांड एक पंक्ति में दाखिल होनी चाहिये):
ttmkfdir -d /usr/share/fonts/local/ -o /usr/share/fonts/local/fonts.scale
mkfontdir /usr/share/fonts/local/
4. अगर आपको /usr/share/fonts/local/
बनाना पड़ता था, तो आप अवश्य इसे X font server (xfs) path में जोड़ें:
chkfontpath --add /usr/share/fonts/local/
fontconfig फांट सबसिस्टम में नया फांट जोड़ना काफी सरल है; नयी फांट फाइल को सिर्फ /usr/share/fonts/
निर्देशिका में कॉपी कर देना जरूरी रह गया है (~/.fonts/
निर्देशिका में फाँट फाइल को कॉपी करके एक व्यक्ति अपने व्यक्तिगत फाँट विन्यास को रूपांतरित कर सकता है).
नए फाँट के कॉपी किये जाने के बाद, fc-cache का उपयोग फाँट सूचना कैश के अद्यतन के लिए करें:
fc-cache <directory>
(जहां <directory>
या तो यह /usr/share/fonts/
या ~/.fonts/
निर्देशिका होगी.)
व्यक्ति अब आलेखीय रूप से फांट अधिष्ठापन कर सकेंगे, fonts:/// को Nautilus में ब्राउज कर, और नए फांट फाइल को वहां खींचकर.
नोट: अगर फांट फाइल नाम का ".gz
" से अंत होता है, तो इसे gzip से संकुचित किया गया है और अवश्य विसंकुचित (gunzip कमांड से) किया जाना चाहिये इसके पहले कि fontconfig फांट सबसिस्टम फांट का प्रयोग कर सके.
fontconfig/Xft पर आधारित नये फांट सिस्टम में संक्रमण के कारण Font Preferences संवाद के मार्फत किये गये किसी परिवर्तन से GTK+ 1.2 अनुप्रयोग प्रभावित नहीं होगा. इन अनुप्रयोगों के लिये ~/.gtkrc.mine
फाइल में एक फांट को निम्न पंक्ति में जोड़कर विन्यस्त किया जा सकता है:
style "user-font" {
fontset = "<font-specification>
"
}
widget_class "*" style "user-font"
(जहां <font-specification>
पारंपरिक X अनुप्रयोग के द्वारा प्रयुक्त फांट विशिष्टता को प्रतिविंबित करता है, जैसे कि "-adobe-helvetica-medium-r-normal--*-120-*-*-*-*-*-*
".)
यह खंड उन संकुल से संबंधित सूचना को समाहित किये है जो पहले की किसी श्रेणी के लिये सटीक नहीं है.
compat-db
संकुल में C++ और TCL बंधन समाहित नहीं है. इन बंधनों के लिये जरूरी अनुप्रयोग को मौजूदा शिपिंग DB लाइब्रेरी में ले जाना चाहिये.
यह खंड lvm2
संकुल से संबंधित सूचना को समाहित किये है.
LVM2 कमांड का पूरा सेट /usr/sbin/
में अधिष्ठापित है. बूट वातावरण में जहां /usr/
उपलब्ध नहीं है, प्रत्येक कमांड के पहले /sbin/lvm.static
(उदाहरण के लिए, /sbin/lvm.static vgchange -ay) लगाना आवश्यक है.
इस वातावरण में जहां /usr/
उपलब्ध है, यह आवश्यक नहीं है कि हर कमांड के पहले lvm (उदाहरण के लिए, /usr/sbin/lvm vgchange -ay हो जाता है /usr/sbin/vgchange -ay) आये.
नया LVM2 कमांड (जैसे कि /usr/sbin/vgchange -ay और /sbin/lvm.static vgchange -ay) जांचता है अगर आप एक 2.4 कर्नेल चला रहे हैं. औऱ साफ रूप से पुराने LVM1 कमांड को सक्रिय कर सकते हैं अगर उचित है तो. LVM2 कमांड को ".lvm1" से अंत होने के लिये पुनर्नामकरण किया जा रहा है (उदाहरण के लिए /sbin/vgchange.lvm1 -ay).
LVM1 कमांड सिर्फ 2.4 कर्नेल के साथ काम करता है. 2.6 कर्नेल के चलते हुए LVM1 कमांड का प्रयोग संभव नहीं है.
LVM2 पर अधिक जानकारी के लिए /usr/share/doc/lvm2*/WHATS_NEW
का संदर्भ लें.
मूलभूत SELinux सुरक्षा विन्यास के अंतर्गत, यह डीमन लक्षित नीति के द्वारा कवर की गई है. यह सिस्टम की वस्तु में विशेष रूप से अभिगम देकर या नहीं देकर सिस्टम की सुरक्षा को बढाता है जैसा डीमन सामान्यतः प्रयोग करता है. हालांकि इसकी संभावना है कि पहले काम करने वाले विन्यास अब काम नहीं करेंगे, आपको जरूर समझना चाहिये कि कैसे SELinux आपके विन्यास की सुरक्षा और प्रकार्यात्मकता को सुनिश्चित करने के लिये काम करता है.
SELinux नीति के बारे में अधिक जानकारी के लिए Red Hat SELinux Policy Guide को http://www.redhat.com/docs पर जाकर देखें.
nscd नाम सेवा कैश डीमन पुनर्प्रारंभ से सिस्टम रिबूट तक एक सतत् कैश का अनुरक्षण करती है. /etc/nscd.conf
में उचित पंक्ति में "yes" को व्यवस्थित करके प्रत्येक डाटाबेस ( क्रमशः उपयोक्ता, समूह, और मोजबान) को सतत रहने के लिये चयनित किया जा सकता है. प्रविष्टि को तबतक नहीं हटाया जाता है जबतक कि वे किसी फायदे के नहीं रह जाते हैं. वे सभी प्रविष्टि जिसका जीवनकाल समाप्त हो गया है लेकिन अन्यथा रूचिकर है, स्वतः पुनर्भारित किया जाता है जो उस स्थिति में सहायता करता है जहां निर्देशिका और नाम सेवायें अस्थायी रूप से अनुपलब्ध हो जाती हैं.
मूलभूत SELinux सुरक्षा विन्यास के अंतर्गत, यह डीमन लक्षित नीति के द्वारा कवर की गई है. यह सिस्टम की वस्तु में विशेष रूप से अभिगम देकर या नहीं देकर सिस्टम की सुरक्षा को बढाता है जैसा डीमन सामान्यतः प्रयोग करता है. हालांकि इसकी संभावना है कि पहले काम करने वाले विन्यास अब काम नहीं करेंगे, आपको जरूर समझना चाहिये कि कैसे SELinux आपके विन्यास की सुरक्षा और प्रकार्यात्मकता को सुनिश्चित करने के लिये काम करता है.
SELinux नीति के बारे में अधिक जानकारी के लिए Red Hat SELinux Policy Guide को http://www.redhat.com/docs पर जाकर देखें.
मूलभूत SELinux सुरक्षा विन्यास के अंतर्गत, यह डीमन लक्षित नीति के द्वारा कवर की गई है. यह सिस्टम की वस्तु में विशेष रूप से अभिगम देकर या नहीं देकर सिस्टम की सुरक्षा को बढाता है जैसा डीमन सामान्यतः प्रयोग करता है. हालांकि इसकी संभावना है कि पहले काम करने वाले विन्यास अब काम नहीं करेंगे, आपको जरूर समझना चाहिये कि कैसे SELinux आपके विन्यास की सुरक्षा और प्रकार्यात्मकता को सुनिश्चित करने के लिये काम करता है.
SELinux नीति के बारे में अधिक जानकारी के लिए Red Hat SELinux Policy Guide को http://www.redhat.com/docs पर जाकर देखें.
मूलभूत SELinux सुरक्षा विन्यास के अंतर्गत, यह डीमन लक्षित नीति के द्वारा कवर की गई है. यह सिस्टम की वस्तु में विशेष रूप से अभिगम देकर या नहीं देकर सिस्टम की सुरक्षा को बढाता है जैसा डीमन सामान्यतः प्रयोग करता है. हालांकि इसकी संभावना है कि पहले काम करने वाले विन्यास अब काम नहीं करेंगे, आपको जरूर समझना चाहिये कि कैसे SELinux आपके विन्यास की सुरक्षा और प्रकार्यात्मकता को सुनिश्चित करने के लिये काम करता है.
SELinux नीति के बारे में अधिक जानकारी के लिए Red Hat SELinux Policy Guide को http://www.redhat.com/docs पर जाकर देखें.
Red Hat Enterprise Linux 4 एक स्थिर /dev/
निर्देशिका से udev
द्वारा गत्यात्मक रूप से व्यवस्थित में स्विच किया गया है. यह भारण के वक्त मांग पर ड्राइवर के युक्ति नोड को बनाने का अनुमति देता है.
udev
के बारे में अधिक जानकारी के लिए, udev(8) मैन पेज का संदर्भ लें.
udev
के लिए अतिरिक्त नियमों को /etc/udev/rules.d/
निर्देशिका में एक अलग फाइल में रखा जाना चाहिये.
udev
के लिए अतिरिक्त अनुमति नियमों को /etc/udev/permissions.d/
निर्देशिका में एक अलग फाइल में रखा जाना चाहिये.
एनाकोंडा के प्रयोग से Red Hat Enterprise Linux 4 में उन्नयन किया गया सिस्टम स्वतः udev
का प्रयोग करने के लिये पुनर्विन्यस्त होगा. हालांकि (लेकिन अनुशंसित नहीं है) udev
में "live" उन्नयन निम्न चरणों के इस्तेमाल से संभव है:
निश्चित करें कि आप 2.6 कर्नेल चला रहे हैं.
निश्चित करें कि /sys/
आरोहित है.
Red Hat Enterprise Linux 4 के साथ मिले initscripts
RPM अधिष्ठापित करें.
Red Hat Enterprise Linux 4 के साथ मिले udev
RPM अधिष्ठापित करें.
/sbin/start_udev चलायें
Red Hat Enterprise Linux 4 के साथ मिले नये mkinitrd
RPM अधिष्ठापित करें.
निम्न में से एक चरण का निस्पादन करें:
· Red Hat Enterprise Linux 4 के साथ मिले नये kernel
RPM अधिष्ठापित करें.
या:
· mkinitrd को अपने मौजूदा कर्नेल के लिये फिर चलायें
इन चरणों का अनुचित निस्पादन ऐसे सिस्टम विन्यास को जन्म दे सकता है जो ठीक से बूट नहीं करेगा.
यह खंड उन संकुलों से संबंधित सूचना को समाहित किये है जो निम्नलिखित श्रेणी में सटीक बैठती है:
Red Hat Enterprise Linux 4 में शामिल किया जा रहा संकुल
Red Hat Enterprise Linux 4 से हटाया जा रहा संकुल
संकुल जिसे पदावनत किया जा रहा है और जिसे Red Hat Enterprise Linux के भविष्य के रिलीज से हटाया जा सकता है
Red Hat Enterprise Linux 4 में निम्न संकुल शामिल किया जा रहा है:
Canna-devel
Canna-libs (i386)
FreeWnn-devel
FreeWnn-libs (i386)
GConf2 (i386)
HelixPlayer
ImageMagick (i386)
ImageMagick-c++ (i386)development
ImageMagick-c++ (x86_64)development
ImageMagick-c++-devel
ImageMagick-devel
ImageMagick-perl
NetworkManager
NetworkManager-gnome
ORBit2 (i386)
Omni (i386)
PyQt
PyQt-devel
PyQt-examples
Pyrex
SDL (i386)
VFlib2 (i386)
VFlib2-VFjfm
VFlib2-conf-ja
VFlib2-devel
Xaw3d (i386)
Xaw3d-devel
alchemist (i386)
alchemist-devel
alsa-lib (i386)
alsa-lib (x86_64)
alsa-lib-devel
alsa-utils
amanda-devel
anaconda-product (noarch)
anacron
apel
apr (i386)
apr (x86_64)
apr-devel
apr-util
apr-util-devel
arpwatch
arts (i386)
aspell (i386)
aspell-ca
aspell-cs
aspell-cy
aspell-el
aspell-en
aspell-pl
at-spi (i386)
audiofile (i386)
audit
authd
automake16
automake17
beecrypt (i386)
beecrypt-devel
beecrypt-python
bind-chroot
bind-devel
bind-libs (i386)
bind-libs (x86_64)
bitstream-vera-fonts
blas (i386)
bluez-bluefw
bluez-hcidump
bluez-libs (i386)
bluez-libs (x86_64)
bluez-libs-devel
bluez-pin
bluez-utils
bluez-utils-cups
bogl (i386)
bogl-devel
boost (i386)
boost (x86_64)
boost-devel
bootparamd
bridge-utils-devel
busybox
bzip2-libs (i386)
cadaver
cdda2wav
cdparanoia-devel
cdparanoia-libs (i386)
cdrecord-devel
checkpolicy
compat-db (i386)
compat-gcc-32
compat-gcc-32-c++
compat-libgcc-296
compat-libstdc++-296
compat-libstdc++-33 (i386)
compat-libstdc++-33 (x86_64)
compat-openldap (i386)
compat-openldap (x86_64)
comps (x86_64)
crash
cryptsetup
cscope
curl (i386)
cyrus-imapd
cyrus-imapd-devel
cyrus-imapd-murder
cyrus-imapd-nntp
cyrus-imapd-utils
cyrus-sasl-gssapi (i386)
cyrus-sasl-md5 (i386)
cyrus-sasl-ntlm (i386)
cyrus-sasl-ntlm (x86_64)
cyrus-sasl-plain (i386)
cyrus-sasl-sql (i386)
cyrus-sasl-sql (x86_64)
dasher
db4-java
db4-tcl
dbus (i386)
dbus (x86_64)
dbus-devel
dbus-glib (i386)
dbus-glib (x86_64)
dbus-python
dbus-x11
devhelp
devhelp-devel
device-mapper (i386)
device-mapper (x86_64)
dhcp-devel
dhcpv6
dhcpv6_client
dia
distcache (i386)
dmalloc
dmraid
docbook-simple
docbook-slides
dovecot
doxygen-doxywizard
e2fsprogs (i386)
eel2 (i386)
elfutils (i386)
elfutils-libelf (i386)
elfutils-libelf-devel
emacs-common
emacs-nox
esound (i386)
evolution-connector
evolution-data-server (i386)
evolution-data-server (x86_64)
evolution-data-server-devel
evolution-devel
evolution-webcal
exim
exim-doc
exim-mon
exim-sa
expect-devel
expectk
finger-server
firefox
flac (i386)
flac (x86_64)
flac-devel
fonts-arabic
fonts-bengali
fonts-xorg-100dpi
fonts-xorg-75dpi
fonts-xorg-ISO8859-14-100dpi
fonts-xorg-ISO8859-14-75dpi
fonts-xorg-ISO8859-15-100dpi
fonts-xorg-ISO8859-15-75dpi
fonts-xorg-ISO8859-2-100dpi
fonts-xorg-ISO8859-2-75dpi
fonts-xorg-ISO8859-9-100dpi
fonts-xorg-ISO8859-9-75dpi
fonts-xorg-base
fonts-xorg-cyrillic
fonts-xorg-syriac
fonts-xorg-truetype
freeglut (i386)
freeglut (x86_64)
freeglut-devel
freeradius-mysql
freeradius-postgresql
freeradius-unixODBC
freetype-demos
freetype-utils
fribidi (i386)
fribidi (x86_64)
fribidi-devel
fsh
gail (i386)
gamin (i386)
gamin (x86_64)
gamin-devel
gd (i386)
gd-progs
gda-mysql
gda-odbc
gda-postgres
gdk-pixbuf (i386)
gedit-devel
gettext-devel
ghostscript (i386)
ghostscript-devel
ghostscript-gtk
gimp-devel
gimp-gap
gimp-help
gimp-print (i386)
gimp-print-devel
gmp (i386)
gnome-audio-extra
gnome-desktop (i386)
gnome-kerberos
gnome-keyring (i386)
gnome-keyring (x86_64)
gnome-keyring-devel
gnome-keyring-manager
gnome-mag (i386)
gnome-mag (x86_64)
gnome-mag-devel
gnome-netstatus
gnome-nettool
gnome-panel (i386)
gnome-panel-devel
gnome-pilot-conduits
gnome-pilot-devel
gnome-python2-applet
gnome-python2-gconf
gnome-python2-gnomeprint
gnome-python2-gnomevfs
gnome-python2-nautilus
gnome-speech (i386)
gnome-speech (x86_64)
gnome-speech-devel
gnome-spell (i386)
gnome-vfs2 (i386)
gnome-vfs2-smb
gnome-volume-manager
gnopernicus
gnumeric
gnumeric-devel
gnuplot-emacs
gnutls (i386)
gnutls (x86_64)
gnutls-devel
gok
gok-devel
gpdf
gphoto2 (i386)
gphoto2-devel
groff-gxditview
groff-perl
gsl (i386)
gsl (x86_64)
gsl-devel
gstreamer (i386)
gstreamer-devel
gstreamer-plugins-devel
gthumb
gtk+ (i386)
gtk-engines (i386)
gtk2-engines (i386)
gtkhtml2 (i386)
gtkhtml3 (i386)
gtkhtml3-devel
gtksourceview (i386)
gtksourceview (x86_64)
gtksourceview-devel
gtkspell (i386)
gtkspell (x86_64)
gtkspell-devel
guile (i386)
guile-devel
hal (i386)
hal (x86_64)
hal-cups-utils
hal-devel
hal-gnome
hesiod (i386)
hicolor-icon-theme
hpoj-devel
htdig-web
httpd-manual
httpd-suexec
icon-slicer
iiimf-csconv
iiimf-docs
iiimf-emacs
iiimf-gnome-im-switcher
iiimf-gtk
iiimf-le-canna
iiimf-le-chinput
iiimf-le-hangul
iiimf-le-sun-thai
iiimf-le-unit
iiimf-le-xcin
iiimf-libs
iiimf-libs-devel
iiimf-server
iiimf-x
imlib (i386)
inn-devel
iptables-devel
iptraf
iptstate
irb
isdn4k-utils-devel
isdn4k-utils-vboxgetty
joe
jpackage-utils
k3b
kdbg
kde-i18n-Bengali
kde-i18n-Bulgarian
kde-i18n-Hindi
kde-i18n-Punjabi
kde-i18n-Tamil
kdeaddons-atlantikdesigner
kdeaddons-xmms
kdeadmin
kdeartwork-icons
kdebase (i386)
kdegames-devel
kdelibs (i386)
kdemultimedia (i386)
kdemultimedia-devel
kdenetwork-nowlistening
kernel-devel
kernel-doc
kernel-smp-devel
kinput2
krb5-auth-dialog
lapack (i386)
libIDL (i386)
libaio (i386)
libao (i386)
libart_lgpl (i386)
libavc1394 (i386)
libavc1394 (x86_64)
libavc1394-devel
libbonobo (i386)
libbonoboui (i386)
libc-client (i386)
libc-client (x86_64)
libc-client-devel
libcap (i386)
libcroco (i386)
libcroco (x86_64)
libcroco-devel
libdbi (i386)
libdbi-dbd-pgsql
libdbi-devel
libdv (i386)
libdv (x86_64)
libdv-devel
libdv-tools
libexif (i386)
libexif (x86_64)
libexif-devel
libf2c (i386)
libgail-gnome (i386)
libgal2 (i386)
libgal2-devel
libgcrypt (i386)
libgcrypt (x86_64)
libgcrypt-devel
libgda
libgda-devel
libghttp-devel
libglade2 (i386)
libgnat
libgnome (i386)
libgnomecanvas (i386)
libgnomecups (i386)
libgnomecups (x86_64)
libgnomecups-devel
libgnomedb
libgnomedb-devel
libgnomeprint22 (i386)
libgnomeprintui22 (i386)
libgnomeui (i386)
libgpg-error (i386)
libgpg-error (x86_64)
libgpg-error-devel
libgsf (i386)
libgsf-devel
libgtop2 (i386)
libgtop2-devel
libidn (i386)
libidn (x86_64)
libidn-devel
libieee1284 (i386)
libieee1284 (x86_64)
libieee1284-devel
libmng (i386)
libmng-static
libmusicbrainz (i386)
libmusicbrainz (x86_64)
libmusicbrainz-devel
libogg (i386)
libpcap (i386)
libpng10 (i386)
libpng10-devel
libraw1394 (i386)
libraw1394-devel
librsvg2 (i386)
libsane-hpoj
libselinux (i386)
libselinux (x86_64)
libselinux-devel
libsepol (i386)
libsepol (x86_64)
libsepol-devel
libsilc
libsilc-devel
libsilc-doc
libsoup (i386)
libsoup-devel
libtabe (i386)
libtabe-devel
libtheora (i386)
libtheora (x86_64)
libtheora-devel
libtool-libs (i386)
libungif (i386)
libungif-progs
libusb (i386)
libuser (i386)
libvorbis (i386)
libwmf (i386)
libwmf (x86_64)
libwmf-devel
libwnck (i386)
libwnck-devel
libwvstreams (i386)
libwvstreams-devel
libxklavier (i386)
libxklavier (x86_64)
libxklavier-devel
libxml2 (i386)
libxslt (i386)
libxslt-python
linuxwacom
linuxwacom-devel
lm_sensors (i386)
lm_sensors (x86_64)
lm_sensors-devel
lockdev (i386)
lrzsz
ltrace
lvm2
lynx
mailman
mc
memtest86+
mgetty-sendfax
mgetty-viewfax
mgetty-voice
mikmod (i386)
mikmod-devel
mod_auth_kerb
mod_dav_svn
mod_perl-devel
module-init-tools
mozilla-devel
mozilla-nspr-devel
mozilla-nss (i386)
mozilla-nss-devel
mtr-gtk
mtx
mysql (i386)
mysql-server
nabi
nasm
nasm-doc
nasm-rdoff
nautilus-cd-burner-devel
neon (i386)
neon (x86_64)
neon-devel
net-snmp-libs (i386)
net-snmp-libs (x86_64)
net-snmp-perl
netpbm (i386)
newt (i386)
nmap-frontend
nss_db (i386)
nss_db (x86_64)
numactl
octave (i386)
octave-devel
openh323 (i386)
openh323-devel
openjade (i386)
openjade-devel
openldap-servers-sql
openmotif (i386)
openoffice.org
openoffice.org-i18n
openoffice.org-libs
openssl-perl
openssl096b (i386)
pam_ccreds (i386)
pam_ccreds (x86_64)
pam_passwdqc (i386)
pam_passwdqc (x86_64)
pam_smb (i386)
parted-devel
pcmcia-cs
pcre (i386)
perl (i386)
perl-Bit-Vector
perl-Convert-ASN1
perl-Crypt-SSLeay
perl-Cyrus
perl-Date-Calc
perl-LDAP
perl-Net-DNS
perl-XML-LibXML
perl-XML-LibXML-Common
perl-XML-NamespaceSupport
perl-XML-SAX
perl-suidperl
php-devel
php-domxml
php-gd
php-mbstring
php-ncurses
php-pear
php-snmp
php-xmlrpc
pilot-link (i386)
planner
pmake
policycoreutils
postfix-pflogsumm
postgresql
postgresql-contrib
postgresql-devel
postgresql-docs
postgresql-jdbc
postgresql-libs (i386)
postgresql-libs (x86_64)
postgresql-pl
postgresql-python
postgresql-server
postgresql-tcl
postgresql-test
pump-devel
pvm-gui
pwlib (i386)
pwlib-devel
pyorbit-devel
pyparted
python-docs
python-ldap
python-tools
qt (i386)
qt-ODBC
qt-PostgreSQL
qt-config
quagga-contrib
quagga-devel
readline (i386)
redhat-artwork (i386)
redhat-release (x86_64)
rhgb
rhythmbox
rpm-libs
ruby-docs
ruby-libs (i386)
ruby-tcltk
samba-common (i386)
samba-swat
sane-backends (i386)
scrollkeeper (i386)
selinux-doc
selinux-policy-targeted
selinux-policy-targeted-sources
sendmail-devel
sendmail-doc
setools
setools-gui
sg3_utils
shared-mime-info
skkdic
slang (i386)
sound-juicer
sox-devel
speex (i386)
speex (x86_64)
speex-devel
startup-notification (i386)
statserial
subversion
subversion-devel
subversion-perl
switchdesk
switchdesk-gui
synaptics
sysfsutils
sysfsutils-devel
system-config-boot
system-config-date
system-config-display
system-config-httpd
system-config-keyboard
system-config-kickstart
system-config-language
system-config-lvm
system-config-mouse
system-config-netboot
system-config-network
system-config-network-tui
system-config-nfs
system-config-packages
system-config-printer
system-config-printer-gui
system-config-rootpassword
system-config-samba
system-config-securitylevel
system-config-securitylevel-tui
system-config-services
system-config-soundcard
system-config-users
system-logviewer
system-switch-im
system-switch-mail
system-switch-mail-gnome
talk-server
tcl-devel
tcl-html
tclx-devel
tclx-doc
tcp_wrappers (i386)
tetex-doc
theora-tools
thunderbird
tix-devel
tix-doc
tk-devel
tn5250-devel
ttfonts-bn
ttfonts-gu
ttfonts-hi
ttfonts-pa
ttfonts-ta
udev
unixODBC (i386)
unixODBC-devel
unixODBC-kde (i386)
utempter (i386)
valgrind
valgrind-callgrind
vim-X11
vino
vte (i386)
w3c-libwww (i386)
w3c-libwww-apps
w3c-libwww-devel
xcdroast
xdelta-devel
xemacs-common
xemacs-nox
xemacs-sumo
xemacs-sumo-el
xemacs-sumo-info
xisdnload
xmlsec1 (i386)
xmlsec1 (x86_64)
xmlsec1-devel
xmlsec1-openssl (i386)
xmlsec1-openssl (x86_64)
xmlsec1-openssl-devel
xmms-devel
xmms-flac
xmms-skins
xojpanel
xorg-x11
xorg-x11-Mesa-libGL (i386)
xorg-x11-Mesa-libGL (x86_64)
xorg-x11-Mesa-libGLU (i386)
xorg-x11-Mesa-libGLU (x86_64)
xorg-x11-Xdmx
xorg-x11-Xnest
xorg-x11-Xvfb
xorg-x11-deprecated-libs (i386)
xorg-x11-deprecated-libs (x86_64)
xorg-x11-deprecated-libs-devel
xorg-x11-devel (i386)
xorg-x11-devel (x86_64)
xorg-x11-doc
xorg-x11-font-utils
xorg-x11-libs (i386)
xorg-x11-libs (x86_64)
xorg-x11-sdk
xorg-x11-tools
xorg-x11-twm
xorg-x11-xauth
xorg-x11-xdm
xorg-x11-xfs
xrestop
zisofs-tools
zsh-html
Red Hat Enterprise Linux 4 से निम्न संकुल हटाया जा रहा है:
FreeWnn-common
Wnn6-SDK
Wnn6-SDK-devel
XFree86
XFree86-100dpi-fonts
XFree86-75dpi-fonts
XFree86-ISO8859-14-100dpi-fonts
XFree86-ISO8859-14-75dpi-fonts
XFree86-ISO8859-15-100dpi-fonts
XFree86-ISO8859-15-75dpi-fonts
XFree86-ISO8859-2-100dpi-fonts
XFree86-ISO8859-2-75dpi-fonts
XFree86-ISO8859-9-100dpi-fonts
XFree86-ISO8859-9-75dpi-fonts
XFree86-Mesa-libGL (i386)
XFree86-Mesa-libGL (x86_64)
XFree86-Mesa-libGLU
XFree86-Xnest
XFree86-Xvfb
XFree86-base-fonts
XFree86-cyrillic-fonts
XFree86-devel (i386)
XFree86-devel (x86_64)
XFree86-doc
XFree86-font-utils
XFree86-libs (i386)
XFree86-libs (x86_64)
XFree86-libs-data
XFree86-syriac-fonts
XFree86-tools
XFree86-truetype-fonts
XFree86-twm
XFree86-xauth
XFree86-xdm
XFree86-xfs
ami
anaconda-images
ant
ant-libs
aspell-en-ca
aspell-en-gb
aspell-pt_BR
bcel
bonobo-activation
bonobo-activation-devel
cipe
commons-beanutils
commons-collections
commons-digester
commons-logging
commons-modeler
compat-gcc
compat-gcc-c++
compat-libstdc++
compat-libstdc++-devel
compat-pwdb
compat-slang
crash
cup
dev
devlabel
dietlibc
dvdrecord
fam
fam-devel
fontilus
gcc-c++-ssa
gcc-g77-ssa
gcc-gnat
gcc-java-ssa
gcc-objc-ssa
gcc-ssa
gdk-pixbuf-gnome
gnome-libs
gnome-libs-devel
gnome-vfs2-extras
gtkam
gtkam-gimp
im-sdk
imap
itcl
jakarta-regexp
jfsutils
kde-i18n-Afrikaans
kde-i18n-Korean
kdoc
kernel-smp-unsupported
kernel-source
kernel-unsupported
kinput2-canna-wnn6
libgcc-ssa
libgcj-ssa
libgcj-ssa-devel
libgnat
libmrproject
libmudflap
libmudflap-devel
libole2
libole2-devel
libstdc++-ssa
libstdc++-ssa-devel
linc
linc-devel
losetup
lvm
magicdev
modutils
modutils-devel
mount
mozilla-psm
mrproject
mx4j
openoffice
openoffice-i18n
openoffice-libs
perl-CGI
perl-CPAN
perl-DB_File
perl-Net-DNS
printman
pspell
pspell-devel
python-optik
raidtools
rarpd
redhat-config-bind
redhat-config-date
redhat-config-httpd
redhat-config-keyboard
redhat-config-kickstart
redhat-config-language
redhat-config-mouse
redhat-config-netboot
redhat-config-network
redhat-config-network-tui
redhat-config-nfs
redhat-config-packages
redhat-config-printer
redhat-config-printer-gui
redhat-config-proc
redhat-config-rootpassword
redhat-config-samba
redhat-config-securitylevel
redhat-config-securitylevel-tui
redhat-config-services
redhat-config-soundcard
redhat-config-users
redhat-config-xfree86
redhat-java-rpm-scripts
redhat-logviewer
redhat-switch-mail
redhat-switch-mail-gnome
rh-postgresql
rh-postgresql-contrib
rh-postgresql-devel
rh-postgresql-docs
rh-postgresql-jdbc
rh-postgresql-libs
rh-postgresql-python
rh-postgresql-tcl
samba (i386)
shapecfg
switchdesk
switchdesk-gnome
switchdesk-kde
xalan-j
xerces-j
Red Hat मुख्य रिलीज से इतर कार्यशीलता को संरक्षित रखना चाहती है लेकिन मुख्य रिलीज के दौरान विशिष्ट कार्यान्वयन और घटकों के संकुलन को बदलने के अधिकार को सुरक्षित रखती है.
निम्न संकुल Red Hat Enterprise Linux 4 में शामिल है लेकिन भविष्य के रिलीज से हटाया जा सकता है. डेवलपर्स और उपयोक्ताओं को इन संकुलों से अलग हटने की सलाह दी जाती है.
4Suite — system-config-* औज़ार के द्वारा सिर्फ प्रयुक्त
FreeWnn — IIIMF अनुशंसित इनपुट विधि है
FreeWnn-devel — IIIMF अनुशंसित इनपुट विधि है
FreeWnn-libs — IIIMF अनुशंसित इनपुट विधि है
alchemist — system-config-* औज़ार के द्वारा सिर्फ प्रयुक्त
alchemist-devel — system-config-* औज़ार के द्वारा सिर्फ प्रयुक्त
aumix — अन्य आवाज नियंत्रण औज़ार के साथ अतिरिक्त विकल्प
autoconf213 — पश्चगामी सुसंगतता dev औज़ार
automake14 — पश्चगामी सुसंगतता dev औज़ार
automake15 — पश्चगामी सुसंगतता dev औज़ार
automake16 — पश्चगामी सुसंगतता dev औज़ार
automake17 — पश्चगामी सुसंगतता dev औज़ार
compat-db — पश्चगामी सुसंगतता लाइब्रेरी
compat-gcc-32 — पश्चगामी सुसंगतता लाइब्रेरी/औज़ार
compat-gcc-32-c++ — पश्चगामी सुसंगतता लाइब्रेरी/औज़ार
compat-glibc — पश्चगामी सुसंगतता लाइब्रेरी/औज़ार
compat-libgcc-296 — पश्चगामी सुसंगतता लाइब्रेरी/औज़ार
compat-libstdc++-296 — पश्चगामी सुसंगतता लाइब्रेरी/औज़ार
compat-libstdc++-33 — पश्चगामी सुसंगतता लाइब्रेरी/उपकरणBackwards compatibility library/tool
compat-openldap — पश्चगामी सुसंगतता लाइब्रेरी/औज़ार
dbskkd-cdb — IIIMF अनुशंसित इनपुट विधि है
dev86 — lilo के लिए सिर्फ जरूरी
dietlibc — अधिष्ठापक उपयोग के लिए सिर्फ समर्थित
eog — Nautilus में अंतर्ग्रंथित समर्थन
gftp — Firefox और Nautilus में जुड़ा हुआ FTP
gnome-libs — libgnome के द्वारा विस्थापित
imlib — gdk-pixbuf के द्वारा विस्थापित
imlib-devel — gdk-pixbuf के द्वारा विस्थापित
kinput2 — IIIMF अनुशंसित इनपुट विधि है
libghttp — पदावनत लाइब्रेरी
libghttp-devel — पदावनत लाइब्रेरी
mikmod — पदावनत ध्वनि प्रारूप
mikmod-devel — पदावनत ध्वनि प्रारूप
miniChinput — IIIMF अनुशंसित इनपुट विधि है
mozilla — Firefox/Thunderbird/Evolution के द्वारा विस्थापित
mozilla-chat — Firefox/Thunderbird/Evolution के द्वारा विस्थापित
mozilla-devel — Firefox/Thunderbird/Evolution के द्वारा विस्थापित
mozilla-dom-inspector — Firefox/Thunderbird/Evolution के द्वारा विस्थापित
mozilla-js-debugger — Firefox/Thunderbird/Evolution के द्वारा विस्थापित
mozilla-mail — Firefox/Thunderbird/Evolution के द्वारा विस्थापित
mozilla-nspr — Firefox/Thunderbird/Evolution के द्वारा विस्थापित
mozilla-nspr-devel — Firefox/Thunderbird/Evolution के द्वारा विस्थापित
mozilla-nss — Firefox/Thunderbird/Evolution के द्वारा विस्थापित
mozilla-nss-devel — Firefox/Thunderbird/Evolution के द्वारा विस्थापित
nabi — IIIMF अनुशंसित इनपुट विधि है
newt-perl — crypto-utils के लिये सिर्फ जरूरी
openmotif21 — पश्चगामी सुसंगतता लाइब्रेरी
openssl096b — पश्चगामी सुसंगतता लाइब्रेरी
skkdic — IIIMF अनुशंसित इनपुट विधि है
skkinput — IIIMF अनुशंसित इनपुट विधि है
xcin — IIIMF अनुशंसित इनपुट विधि है
xmms — rhythmbox, Helix Player के द्वारा विस्थापित
xmms-devel — rhythmbox, Helix प्लेयर के द्वारा विस्थापित
xmms-flac — rhythmbox, Helix Player के द्वारा विस्थापित
xmms-skins — rhythmbox, Helix Player के द्वारा विस्थापित
( x86-64 )